शहर के रैनकपुरा से पकड़े गए नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप के दो आरोपियों को जब महिला थाना पुलिस की टीम पेश करने के लिए जिला अदालत में लाई तो यहां से पुलिस का हाथ छुड़ाकर दो आरोपियों ने भागने का प्रयास किया, लेकिन कोर्ट की मजबूत सुरक्षा के बीच से आरोपी भाग नहीं सके। स्वैट कमांडो व पुलिस की टीम ने जिला अदालत के मुख्य गेट से थोड़ी दूरी पर ही आरोपी को पकड़ लिया। इसके बाद महिला थाना पुलिस की टीम को सौंप दिया।
हुआ यूं कि पौने तीन बजे महिला थाना पुलिस की टीम मुकदमा नंबर 35 में नाबालिग बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म के दो आरोपियों को पकड़कर कोर्ट में पेश करने के लिए लाई थी। दोनों आरोपियों को पुलिस ने अदालत में पेश किया। उन्हें वहां से जिला जेल सुनारिया में भेजने के आदेश दिए। दोनों आरोपियों को पेश करके जैसे ही तीसरी मंजिल से पुलिस वापस लौट रही थी तो दोनों आराेपियों ने आपस में एक-दूसरे को इशारा किया।
पुलिस को धक्का देकर हाथ छुड़ाकर भागने लगे। एक आरोपी को पुलिस जवान ने मौके पर ही काबू कर लिया, लेकिन दूसरा आरोपी सीधे मेन गेट की ओर से भागा। जब तक पुलिस संभलती तब तक आरोपी पहली मंजिल पर पहुंच चुका था। ऐसे में जोर से आरोपी के भागने का शोर मचा दिया।
वहीं, जिला अदालत की सुरक्षा में तैनात आजाद सिंह नैन की टीम पहले से नीचे तैनात थी। भागो-भागो का शोर सुनते ही टीम तत्काल अलर्ट मोड पर आ गई और बचकर निकल रहे आरोपी को पीछा कर बैंक के पास से पकड़ लिया गया। इस बहादुरी के लिए इंस्पेक्टर आजाद सिंह नैन ने अपनी टीम को सराहना भी दी।
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